लॉक डाउन हमारा सुरक्षा कवच जो एस मुश्किल समय में हमें एक भयानक बीमारी से बचाने के लिए सामने खड़ा है । जिसका असर महामारी पर दिख भी रहा है पर?? क्या यह सच है की लॉक डाउन सिर्फ हमारी महामारी को कमजोर कर रहा है या प्रभावित कर रहा है
अगर हम देखें तो हमें पता चलेगा की यह सुरक्षा कवच के पीछे एक भयानक महामंदी का द्वार खड़ा है जिसका असर हमें लॉक डाउन के शुरुआती दौर में ही दिखाई पड़ रहे हैं।,देश में मेट्रो सिटी या शहरी राज्य में इसका 30% के आसपस नजर आया है परंतु यदि हम ओवरऑल आंकड़े देखें तो रिपोर्ट के मुताबिक 23.4 का अनुमान लगाया जा रहा है
यह असर केवल किसी एक सेक्टर या राज्य में नहीं है ।
भारत के सांख्यिकीविद प्रणव सेन का कहना है की लॉक डाउन के दौरान 2 हफ्तों में 5 करोड़ से अधिक लोग बेरोजगार हुए हैं जिसका अनुमान हम naukri.com के चीफ पवन के आंकड़ों से भी लगा सकते है उनके अनुसार मार्च के महीने में 5%गिरावट आई थी और यह गिरावट 10 दिन के अंदर 10 %पर पहुंच गई जिसका प्रमाण यह आंकड़े दे रहे हैं
दिल्ली 26 %
चेन्नई 24%
एनसीआर 66%
हैदराबाद 19%
यह आंकड़े को देखकर हम कल्पना कर सकते हैं हमारे कल की जो लॉक डाउन खत्म होते ही एक भयानक संकट जो बेरोजगारी के रूप में हमारे सामने खड़ा होगा जिसके लिएलिए हमें आज ही से खुद को मजबूत करके चलना होगा और आने वाले संकट से लड़ने के लिए ख खुद को तैयार करना होगा क्योंकि यह संकट सिर्फ बेरोजगार व्यक्ति पर ही नहीं बल्कि उसके पूरे परिवार और देश के आर्थिक स्थिति पर भी अपना जोर अपना आएगा और देश को कई वर्षों पीछे ले जाकर खड़ा कर देगा जोकि ना केवल हमारे मजदूर वर्ग और मध्यमवर्ग के परिवारों पर असर डालेगा बल्कि देश की पूरी अर्थव्यवस्था पर इसका असर होगा तो यदि आप इस असर से देश को और खुद को बचाना चाहते हैं तो आज से ही एक तैयारी में लग जाइए जोकि आपको और आपके देश को बेरोजगारी के संकट से जल्द से जल्द मुक्त करा सके
अगर हम देखें तो हमें पता चलेगा की यह सुरक्षा कवच के पीछे एक भयानक महामंदी का द्वार खड़ा है जिसका असर हमें लॉक डाउन के शुरुआती दौर में ही दिखाई पड़ रहे हैं।,देश में मेट्रो सिटी या शहरी राज्य में इसका 30% के आसपस नजर आया है परंतु यदि हम ओवरऑल आंकड़े देखें तो रिपोर्ट के मुताबिक 23.4 का अनुमान लगाया जा रहा है
यह असर केवल किसी एक सेक्टर या राज्य में नहीं है ।
भारत के सांख्यिकीविद प्रणव सेन का कहना है की लॉक डाउन के दौरान 2 हफ्तों में 5 करोड़ से अधिक लोग बेरोजगार हुए हैं जिसका अनुमान हम naukri.com के चीफ पवन के आंकड़ों से भी लगा सकते है उनके अनुसार मार्च के महीने में 5%गिरावट आई थी और यह गिरावट 10 दिन के अंदर 10 %पर पहुंच गई जिसका प्रमाण यह आंकड़े दे रहे हैं
दिल्ली 26 %
चेन्नई 24%
एनसीआर 66%
हैदराबाद 19%
यह आंकड़े को देखकर हम कल्पना कर सकते हैं हमारे कल की जो लॉक डाउन खत्म होते ही एक भयानक संकट जो बेरोजगारी के रूप में हमारे सामने खड़ा होगा जिसके लिएलिए हमें आज ही से खुद को मजबूत करके चलना होगा और आने वाले संकट से लड़ने के लिए ख खुद को तैयार करना होगा क्योंकि यह संकट सिर्फ बेरोजगार व्यक्ति पर ही नहीं बल्कि उसके पूरे परिवार और देश के आर्थिक स्थिति पर भी अपना जोर अपना आएगा और देश को कई वर्षों पीछे ले जाकर खड़ा कर देगा जोकि ना केवल हमारे मजदूर वर्ग और मध्यमवर्ग के परिवारों पर असर डालेगा बल्कि देश की पूरी अर्थव्यवस्था पर इसका असर होगा तो यदि आप इस असर से देश को और खुद को बचाना चाहते हैं तो आज से ही एक तैयारी में लग जाइए जोकि आपको और आपके देश को बेरोजगारी के संकट से जल्द से जल्द मुक्त करा सके
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